अर्धांग पक्षाघात का अर्थ
[ aredhaanega peksaaghaat ]
अर्धांग पक्षाघात उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह पक्षाघात जिसमें शरीर का बायाँ या दाहिना पार्श्व बिल्कुल अचेष्ट, अक्रिय तथा सुन्न हो जाता है:"अर्धांग पक्षाघात का रोगी उलटे हाथ से खाना खा रहा है"
पर्याय: अर्धांगघात, अर्धांग-पक्षाघात, अर्धांग-घात
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- यह आगे चलकर पक्षाघात और विशेषरूप से अर्धांग पक्षाघात (
- अर्धांग पक्षाघात पीड़ित की तरह किसी प्रकार घिसटते हुए चला।
- यह आगे चलकर पक्षाघात और विशेषरूप से अर्धांग पक्षाघात ( hemiplegia) का स्वरूप धारण कर लेती है।
- यह आगे चलकर पक्षाघात और विशेषरूप से अर्धांग पक्षाघात ( hemiplegia ) का स्वरूप धारण कर लेती है।
- किस्म - इसका प्रारंभ सर्वांग आक्षेप के रूप में होता है , जो कई घंटों तक रहता है और अंत में इसके कारण अर्धांग पक्षाघात (
- ( घ) सेरेब्रल (Cerebral) किस्म - इसका प्रारंभ सर्वांग आक्षेप के रूप में होता है, जो कई घंटों तक रहता है और अंत में इसके कारण अर्धांग पक्षाघात (hemiplegia) तथा सक्थि संस्तंभ (paraplegia) होता है।
- ( घ ) प्रमस्तिष्कीय ( Cerebral ) किस्म - इसका प्रारंभ सर्वांग आक्षेप के रूप में होता है , जो कई घंटों तक रहता है और अंत में इसके कारण अर्धांग पक्षाघात ( hemiplegia ) तथा सक्थि संस्तंभ ( paraplegia ) होता है।